A living Master’s compassion knows no bounds. We are like flawed pots, but it is the Master's touch that can create something beautiful even out of that! Thus it is that the importance of a living Enlightened Master has been emphasized through the ages.
Straight from Pujya Gurudevshri’s balcony to your heart, this inspiring Udghosh from the Ashram, is perfect to energize, empower and elevate you. These discourses instantly resonate with you and encourage you to take simple and effective steps towards a meaningful life.
प्रत्यक्ष सद्गुरु की करुणा की कोई सीमा नहीं होती। हम दोषपूर्ण पात्र जैसे हैं, हम में बहुत-सी त्रुटियाँ है, लेकिन सद्गुरु का एक स्पर्श उसमें से भी कुछ सुंदर बना सकता है। इसीलिए युगों से प्रत्यक्ष सद्गुरु के माहात्म्य पर जोर दिया गया है।
आश्रम का यह प्रेरणात्मक उद्घोष पूज्य गुरुदेवश्री की बालकनी से सीधे आपके दिल तक पहुँचकर आपको सक्रिय, समर्थ और शुद्ध बनाने के लिए एकदम उत्तम साधन है। यह प्रवचन आपके मन में निरंतर गूँजता रहेगा और आपको सार्थक जीवन जीने की दिशा में आसान और प्रभावी कदम उठाने के लिए प्रोत्साहित करेगा।